महिलाओं ने अतिरिक्त तहसीलदार पर हमला बोल दिया

बलांगीर जिले में एक दुर्लभ घटना। विधवा माँ के बहुत सारे सपने थे, जब उसका बेटा बड़ा होगा, तो वह पढ़ेगा और गाँव और घर का सम्मान बढ़ाएगा, इसलिए मैंने सोचा, मैं काम करके अपने बेटे के लिए पैसे कमाऊँगी एक मजदूर और मजदूरी करके अपने बेटे को कैसे पढ़ाऊं और भविष्य में नौकरी करूं तो पेट के लिए थोड़ा सा भोजन मिल जाए, यह सोचकर विधवा मां भी उदास हो गई नौकरी पाने के लिए. देवगांव तहसीलदार की गैरजिम्मेदारी के कारण एक गरीब लड़के का भविष्य अंधकार में चला गया, पिता और विधवा मां क्या करेंगे, इससे पहले ही पता चल गया कि पिता दूसरे रास्ते पर चले गए हैं दानवीर और उच्च शिक्षित भी l देवगा तहसीलदार के कारण विकेश मेहर का सपना धूमिल हो गया l ज्ञात हो कि विकेश मेहर ने देवगा तहसील में अपने जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया l एक महीने से अधिक समय तक बार-बार तहसील कार्यालय में दौड़ने के बाद उन्हें अपना कैन मिला जाति प्रमाण पत्र नहीं मिला, जिसके कारण आज उसे अपनी मेहनत से कमाई नौकरी गंवानी पड़ी। सतीघाट से करीब 30 किमी दूर होगा तहसील कार्यालय अब देखने वाली बात यह होगी कि इस घटना की जांच जिला कलेक्टर कब करते हैं और देवगांव तहसीलदार पर क्या कार्रवाई करते हैं.
बलांगीर से बालकृष्ण मिश्र फास्ट न्यू ओडिशा के साथ सत्यजीत षाड़ंगी की रिपोर्ट
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